सर्व रोग नाशक शाबर मन्त्र
मन्त्र
बन में बैठी वानरी अंजनी जायो हनुमंत बाला
ढेहरू बाघिनी बिलारी आंख की पीड़ा मस्तक की पीड़ा
चौरासी बाय बलि बलि भस्म हो जाए
पके न फूटे पीड़ा करे तो गोरख जाती रक्षा करें
गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र इश्वरो वाचा !
विधि
इस मन्त्र की किसी शुभ मुहूर्त में हर रोज सैट दिन एक माला जाप करें फिर 108 बार अग्नि पर घी की आहुति दें जब भी किसी को कोई दर्द अथवा कष्ट हो और दवा आदि से आराम न आ रहा हो तो इस मन्त्र का पाठ करते हुए झाड़ा करें आराम अवश्य हो जाएगा और सात दिन तक झाड़ा करने से रोग जद से ही समाप्त हो जाएगा चाहे कोई भी रोग हो अनेक बार अनुभूत दिव्य मन्त्र है इस मन्त्र की महिमा अपरम्पार है श्री हनुमान जी के चरणों में सम्पूर्ण श्रद्धा रखे व् मंगलवार को भोग प्रसाद लगा कर बच्चों में बांटे रहें
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
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