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जब रोग पीछा ही न छोड़ रहें हों तो सभी रोग दोष निवारण काली शाबर मंत्र करें प्रयोग

 इस मंतर के जाप से किसी भी प्रकार का रोग हो वह समुलता से नष्ट होगा . इसका प्रयोग तभी करें जब रोगी को किसी भी दवा से आराम नही मिल रहा हो .  यह मंत्र अद्भुत शक्ति से सम्पन्न है श्रद्धा से दिये गये मंत्र का जाप करें इस मंत्र से अभिमंत्रित जल रोगी को दोनो समय पीने के लिये देंगे तो दवा क प्रभाव दिखाई देने लगेगा . मंत्र - ॐ नमो भगवती महाकाली क्रीं क्रीं क्रीं सर्व रोगान भस्मी कुरु कुरु हूँ फट स्वाहा  ! 

सर्वजन मोहन शाबर मंत्र

  यह मंत्र भगवान शिव कि शक्ति से ओतप्रोत है इस मंत्र क का प्रभाव अत्यंत हि शक्तिशाली है  इस मंत्र क जाप सवा लाख कि संख्या मे करके सिद्ध कर लेना चहिये .    इसके प्रभाव से लोग कभी भी आपके विरुद्ध नहीं चलेंगे .  मंत्र  ओऽम नमो भगवते उड्डामरेश्वराय सर्वजगत मोहनम कुरु कुरु हूँ फट स्वाहा !! इस मंत्र के प्रभाव से समाज मे मान सम्मान बढ़ेगा . विशेष रुप से जो लोग दुकांदारि आदि या राज्नितिक कार्यों मे संलग्न रहते हैं उनके लिये यह अमृत के समान कार्य करता है ! भगवान शिव के मंदिर मे अथवा घर के एकांत स्थान मे बैठ कर हर रोज अपनी शक्ति के अनुसार इस मंत्र का जाप करे.   जाप संपूर्ण होने पर घी व खीर से आम कि समिधा पर हवन करें  .  फिर सिन्दूर अथवा चंदन से तिलक करें और चमत्कार आपकी  आंखो के सामने होगा . ओऽम नमो भगवते वासुदेवाय

शत्रु दवारा भेजी गई मूठ को लौटने क मंत्र

आज मै आपको मूठ को वापिस भेजने का शक्ति शाली मंत्र बता रहा हूँ! मूठ का मतलब होता है किसी कि हत्या करने की विद्या , जिसका कि कुछ दुष्ट लोग गलत प्रयोग करते हैं !  इस मंत्र के प्रभाव से शत्रु के द्वारा छोड़ी गई मूठ को वापिस भेजा जा सकता है !  इस मंत्र का जाप हर रोज 108 बार 21 दिन तक करें और फिर 108 आहुति से हवन करें . अब समय आने पर इस मंत्र क प्रयोग सुझ बुझ के साथ करें !  इससे शत्रु के द्वारा किये गये सारे तंत्र मंत्र प्रयोग नष्ट हो जायेंगे ! यदि कुछ खिलाया पिलाया हो तो अभिम्न्त्रित जल पिलाना चाहिय !  अगर अद्रिश्य प्रयोग लग रहा हो तो मंतर से अभिमंत्रित  सामग्री कि धुनि लगातार घऱ में देनी चाहिये !  यदि मूठ प्रत्यक्श दिखाइ दे तो मंतर को  पढ़ कर फुंक मार देने से मूठ वापिस चली जाति है व भेजने वाले को हि नष्ट  कर देती है !   मंत्र  ओऽम नमो आदेश गुरु को  चण्डी चण्डी ताउपर चण्डी आवत मूठ फिरे नव खण्डी  चक्कर उपर चक्कर धरूँ बार चम्पकरले कहा करूँ श्री नर सिंह का मुख आगे धरूँ   नाटक चेट्क मेरे साथ मूठ फिराऊ तीन सौ साठ   मेरी भक्ति गुरु कि शक्ति फुरो मंत्र इश्वरो वाचा !

सिद्ध साधना जग्रिति मन्त्र

आप सभी साधकों को आज मैं सिद्ध श्री दत्तात्रेय मंत्र के बारे मे बताने जा रहा हूँ .  इस मंत्र के प्रभाव से सभी मंत्र व देवता जग्रित होकर कार्य को संपादित करते हैं इस मंत्र क प्रयोग तभी करें जब आपको लगे कि साधना का पूर्ण प्रभाव नहीं मिल रहा .  हरि ओम् तत् सत् जय गुरु दत्त   इस मंत्र का जप करते हुये पीले  मीठे चावल बनाये और फिर सारे चावल पँछियों को खाने के लिये डाल दे .  इसके प्रभाव से देवता जग्रित हो जायेंगे . साधना में सफलता मिलेगी .

सर्व रोग नाशक शाबर मन्त्र

 मन्त्र  बन में बैठी वानरी अंजनी जायो हनुमंत बाला  ढेहरू बाघिनी बिलारी आंख की पीड़ा मस्तक की पीड़ा  चौरासी बाय  बलि बलि भस्म हो जाए  पके न फूटे पीड़ा करे तो गोरख जाती रक्षा करें  गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र इश्वरो वाचा ! विधि  इस मन्त्र की किसी शुभ मुहूर्त में हर रोज सैट दिन  एक माला जाप करें  फिर 108 बार अग्नि पर घी की आहुति दें जब भी किसी को कोई दर्द अथवा कष्ट हो और दवा आदि से आराम न आ रहा हो तो इस मन्त्र का पाठ करते हुए झाड़ा करें आराम अवश्य हो जाएगा और सात दिन तक झाड़ा करने से रोग जद से ही समाप्त हो जाएगा चाहे कोई भी रोग हो अनेक बार अनुभूत  दिव्य मन्त्र है इस मन्त्र की महिमा अपरम्पार है श्री हनुमान जी के चरणों में सम्पूर्ण श्रद्धा रखे व् मंगलवार को भोग प्रसाद लगा कर बच्चों में बांटे रहें  ॐ  नमो भगवते वासुदेवाय

धन प्राप्ति के कुछ अचूक टोटके

  धन प्राप्ति के कुछ अचूक टोटके संसार में रहकर गृहस्थ जीवन की सफलता के लिए सुख-समृद्धि का होना निहायत ही जरूरी है। धन-समृद्धि को अर्जित करने के लिए प्रबल पुरुषार्थ यानि कि ईमानदारी पूर्वक कठोर परिश्रम तो आवश्यक है ही। किंतु साथ ही कुछ जांचे-परखे और कारगर उपायों जिन्हें टोने-टोटके के रूप में जाना जाता है को भी आजमाना चाहिये। 1. हर पूर्णिमा को सुबह पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं। 2. तुलसी के पौधे पर गुरुवार को पानी में थोड़ा दूध डालकर चढ़ाएं। 3. यदि आपको बरगद के पेड़ के नीचे कोई छोटा पौधा उगा हुआ नजर आ जाए तो उसे उखाड़कर अपने घर में लगा दें। 4. गूलर की जड़ को कपड़े में बांधकर उसे ताबीज में डालकर बाजु पर बांधे। 5. पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े होकर लोहे के पात्र में पानी लेकर उसमें दूध मिलाकर उसे पीपल की जड़ में डालने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और घर में लक्ष्मी का स्थाई निवास होता है। 6. धन समृद्धि की देवी लक्ष्मी को प्रति एकादशी के दिन नौ बत्तियों वाला शुद्ध घी का दीपक लगाएं। 7. घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर तांबे के सिक्के को लाल रंग के नवीन वस्त्र में बा

शाबर मन्त्र से अभिमंत्रित सर्वविघ्न विनाशक शक्तिशाली चमत्कारिक धुनी घर पर ही बनाएं

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आज आप सभी  बंधुओं को मैं सर्व विघ्नों को दूर करने वाली भुत ही शक्तिशाली धुनी के बारे में बताऊंगा इस धुनी के प्रभाव से आपके घर में सुख समृधि बढ़ेगी और सभी तरह की नेगेटिव बाधाएं दूर होंगी  अगर आपको लगता हैकि आपके घर में बिना किसी कारण के ही क्लेश रहता है या फिर बीमारियाँ हैं जो घर से निकलती ही नही तो आप इसे विधान अनुसार प्रयोग करें और चमत्कार देंखे ! इस धुनी को बनाने के लिए आपको कुछ जंगली औषधियों की जरूरत पड़ेगी इन औषधियों को बताये अनुसार कूट कर रख ले और इस्तेमाल करें . पिली सरसों , काली सरसों , बाल्छाड , आपा बूटी,  नीम पत्र , अजवायन  लौंग,  गूगल , रिसेडा ,बड़ी बला छाड़छबीला ,    इन सभी बारह औषधियों को कूट पिस कर देशी घी मिला कर  रख लें .    प्रत्येक औषधि 50 ग्राम की मात्रा में लें . फिर सामने रख कर कम से कम 108 बार  मन्त्र का जपकरें . बस अब आपकी यह शक्ति शाली धुनी तैयार है . ॐ  नम: शिवाय या महामृत्युंजय अब आप एक लोहे की  कटोरी लें जिसमे लम्बी डंडी लगी हो जिससे पकड़ने में आसानी हो इसे शाम के समय गैस पर खूब गर्म करें और दो चुटकी भर सामग्री डाले अब धुआ उठेगा बस इसे सारे घर में अछे