भुत प्रेत मसान भगाने का हनुमत जंजीरा शाबर मन्त्र
मन्त्र
ॐ नमो आदेश गुरु को मन्त्र साँचा कंठ कांचा
दुहाई हनुमान वीर की जो जावे लंका जारी लक्ष्मण वीर के तीर की आन
मेमना पीर की बादशाह ज्यादा काम में रहे अमादा
दुहाई काली माई धौला गिरी वारि
चढ़े सिंह की सवारी जाके लंगूर अगारी
प्याला पिए रक्त की चंडिका भवानी
वेद वाणी में बखानी
भुत नाचे बेताल नाचे राखो अपने भक्त की वाणी मैहर वाली कलकत्ते वाली
हाथ कन्चल की थाली सदा भक्त हितकारी
उतर भूत जल्दी जाई नहीं तोके खाए कलिका माई तेरी ज्योति सदा जलाई
पकड के पछाड़ के मात कर भुत प्रेत पर घात कर
हाथ में कृपाण भक्षण कर ले आन गोरखनाथ का फंदा तोये करेगा अंधा
उतर भूत भाग नही तो हनुमान तुझे पकड़ खाए फुरो मन्त्र हूँ फट स्वाहा !
विधि -
यह विशेष शक्तिशाली शाबर जंजीर मन्त्र है जंजीरा मन्त्र की विशेषता यह होती है की इसे आपको एक ही सांस में पढने का अभ्यास करना होता है तभी यह शक्तिशाली हो कर काम करता है सबसे पहले तो इस मन्त्र को याद कर लेना चाहिए हर रोज 7 दिन 108 बार जाप करें तो मन्त्र सिद्ध हो जाएगा मंगलवार को श्री हनुमान मंदिर में भोग चढ़ावें बस अब आप इस मन्त्र का प्रयोग करके यश व् जन कल्याण के भागी बनें !
जब भी किसी भुत प्रेत रोग ग्रस्त रोगी का इलाज करना हो तो सबसे पहले लालमिर्च सरसों निमपत्र की धुनी दें व् नीम की टहनी से झाड़ा क्र दें तो कितना भी पुराना भूत उन्माद रोग होगा बिलकुल ही ठीक हो जाएगा झाड़ा कम से कम सात दिन तक हर रोज करना चाहिए इससे सदा के लिए आराम हो जाएगा !
ॐ नम: शिवाय !
पंडित धर्मपाल शास्त्री
9466621802
अम्बाला शहर
हरियाणा
ॐ नमो आदेश गुरु को मन्त्र साँचा कंठ कांचा
दुहाई हनुमान वीर की जो जावे लंका जारी लक्ष्मण वीर के तीर की आन
मेमना पीर की बादशाह ज्यादा काम में रहे अमादा
दुहाई काली माई धौला गिरी वारि
चढ़े सिंह की सवारी जाके लंगूर अगारी
प्याला पिए रक्त की चंडिका भवानी
वेद वाणी में बखानी
भुत नाचे बेताल नाचे राखो अपने भक्त की वाणी मैहर वाली कलकत्ते वाली
हाथ कन्चल की थाली सदा भक्त हितकारी
उतर भूत जल्दी जाई नहीं तोके खाए कलिका माई तेरी ज्योति सदा जलाई
पकड के पछाड़ के मात कर भुत प्रेत पर घात कर
हाथ में कृपाण भक्षण कर ले आन गोरखनाथ का फंदा तोये करेगा अंधा
उतर भूत भाग नही तो हनुमान तुझे पकड़ खाए फुरो मन्त्र हूँ फट स्वाहा !
विधि -
यह विशेष शक्तिशाली शाबर जंजीर मन्त्र है जंजीरा मन्त्र की विशेषता यह होती है की इसे आपको एक ही सांस में पढने का अभ्यास करना होता है तभी यह शक्तिशाली हो कर काम करता है सबसे पहले तो इस मन्त्र को याद कर लेना चाहिए हर रोज 7 दिन 108 बार जाप करें तो मन्त्र सिद्ध हो जाएगा मंगलवार को श्री हनुमान मंदिर में भोग चढ़ावें बस अब आप इस मन्त्र का प्रयोग करके यश व् जन कल्याण के भागी बनें !
जब भी किसी भुत प्रेत रोग ग्रस्त रोगी का इलाज करना हो तो सबसे पहले लालमिर्च सरसों निमपत्र की धुनी दें व् नीम की टहनी से झाड़ा क्र दें तो कितना भी पुराना भूत उन्माद रोग होगा बिलकुल ही ठीक हो जाएगा झाड़ा कम से कम सात दिन तक हर रोज करना चाहिए इससे सदा के लिए आराम हो जाएगा !
ॐ नम: शिवाय !
पंडित धर्मपाल शास्त्री
9466621802
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